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अब गर्मी की छुट्टियों में वॉट्सऐप से नहीं टैब से होगी पढ़ाई, मुख्यमंत्री कार्यालय में जाएगी रिपोर्ट

गर्मी की छुट्टियों में बच्चों की पढ़ाई पर सरकार का विशेष फोक्स रहेगा। इस बार बच्चों की गर्मियों में छुट्टियों में जो पढ़ाई होती है, वह वॉट्सऐप से नहीं ब​ल्कि टैब से होगी। ​शिक्षा निदेशालय ने इसके लिए आदेश जारी कर दिए हैं। आदेशों में कहा गया है कि दसवीं तथा 12वीं कक्षा की पढ़ाई ऑनलाइन करवाई जाएगी। सरकारी स्कूलों के बच्चों को जो टैब दिए गए हैं, उनमें स्टूडेंट ऐप और टीचर ऐप हैं। अब इनके जरिये ही पढ़ाई होगी। अध्यापकों को भी ऑनलाइन कक्षाएं लेनी होंगी तथा टेस्ट भी लेने होंगे। इसके अलावा गृहकार्य देकर वह विद्या​र्थियों से सवाल भी ऑनलाइन पूछ सकेंगे।


एक अप्रैल से नया शैक्ष​णिक सत्र शुरू होने वाला है। इसके बाद गर्मियों की छुट्टियां हो जाएंगे। इन गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं हो, इसके लिए ​शिक्षा निदेशालय ने आदेश जारी किए हैं। अब बच्चों को गर्मियों की छुट्टियों में घर बैठकर ऑनलाइन पढ़ाई करनी होगी। दसवीं व 12वीं के बच्चों को टैब के माध्यम से अध्यापक पढ़ाएंगे। बच्चों को ​शिक्षा विभाग ने जो टैब दिए हैं, उनमें स्टूडेंट ऐप तथा टीचर ऐप मौजूद हैं। अब अध्यापकों को ऑनलाइन बच्चों की कक्षाएं लेनी होंगी। इसके अलावा बच्चों को गृहकार्य देकर उनसे सवाल भी पूछे जाएंगे। जिस विषय का अध्यापक होगा, वह उस विषय से संबं​धित क्लास लेगा। अध्यापक बच्चों की समस्याओं का निवारण भी ऑनलाइन ही करेंगे। यदि कोई अध्यापक कक्षा नहीं लेगा तो उसके ऑनलाइन डेशबोर्ड पर अध्यापक के स्तर पर लंबित दिखाता रहेगा।


मुख्यमंत्री कार्यालय में जाएगी रिपोर्ट
गर्मी की छुट्टियों में जो कार्य अध्यापकों द्वारा बच्चों से करवाया जाएगा, उसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय तक जाएगी। मुख्यमंत्री कार्यालय इसकी निगरानी करेगा। ​शिक्षा विभाग ने फिलहाल हिंदी, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान विषय की पढ़ाई को जोड़ा है, जल्दी अन्य विषय भी ऑनलाइन जोड़ दिए जाएंगे। इसमें सभी ​शिक्षकों की टैब में आईडी बनाई गई है। इन ऐप को ​​खंड ​शिक्षा अ​धिकारी, जिला ​शिक्षा अ​धिकारी, डीएसई के अलावा मुख्यमंत्री कार्यालय तक जोड़ा गया है। यदि अध्यापक का तबादला हो जाता है तो अध्यापक का वही टैब वहां पर भी काम करेगा।


मास्टर ट्रेनर देंगे ट्रेनिंग

इसके लिए मास्टर ट्रेनर निर्धारित किए गए हैं। मास्टर ट्रेनर पीजीटी को टैब के उपयोग करने की ट्रेनिंग देंगे। कौन सा अध्यापक कितना टैब का प्रयोग करता है, इसकी जानकारी भी ऑनलाइन हो जाएगा। यह सभी कुछ मास्टर ट्रेनर के डैशबोर्ड में दर्ज होगा। जो टैब दिए गए हैं, वह विद्यालय की लाइब्रेरी की प्रोपर्टी हैं। लाइब्रेरी इंचार्ज इसका ओवरऑल इंचार्ज होगा। टैब का रिकार्ड लाइब्रेरी के रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। लाइब्रेरी इंचार्ज ही बच्चों की एंट्री करके उनको टैब देगा। यदि कोई बच्चा स्कूल छोड़ता है तो उसे अपना टैब लाइब्रेरी इंचार्ज के पास जमा करवाना होगा। स्कूल में जो क्लर्क होगा, वह समस्त रिपेर्टिंग और डाटा की एंट्री करेगा। उसकी ​सिम की जिम्मेदारी भी होगी। सिम को वह अवतार पोर्टल पर टैब के आईएमईआई नंबर के साथ दर्ज करेगा।

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